Daily News

D.EL.ED स्टूडेंट्स को मिली बड़ी राहत। अब सरकारी शिक्षक बनना हुआ आसान।

D.EL.ED स्टूडेंट्स को मिली बड़ी राहत। अब सरकारी शिक्षक बनना हुआ आसान।

D.EL.ED Course की नया नियम आप जान कर रह जाएंगे तंग।

  • TET या शिक्षक पात्रता परीक्षा पूरे भारत में आयोजित की जाने वाली परीक्षा है जिसके जरिए क्लास 1 से लेकर के आठ तक का शिक्षक बनने का मौका मिल पाता है। भारत मे शिक्षक बनने के लिए इस प्रतियोगिता परीक्षा को पास करना अनिवार्य है।
  • जो भी व्यक्ति शिक्षक बनना चाहते है उनके लिए डिग्री लेने का सुनहरा मौका है।
  • यह परीक्षा भारत के केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार करवाती है।
  • बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा की बात कर तो बिहार में 2 वर्षीय डिप्लोमा कोर्सेज है, यह परीक्षा बिहार बोर्ड पटना द्वारा अर्थात बीएसईबी द्वारा आयोजित करवाई जाती है यह एग्जाम ऑनलाइन माध्यम द्वारा उर्दू ,हिन्दी, विज्ञान वाणिज्य विषयों में कम से कम 50% अंक वाले छात्र एवं छत्राओं जिनका अंतरस्नातक अंक आया हो वही आवेदन कर सकते हैं तथा प्रवेश परीक्षा दे सकते हैं। लेकिन OBC,SC तथा ST समुदाय के छात्र और छात्राओं को कम से कम अंतर स्नातकम 45% अंक होना चाहिए।
  • बिहार d.El.Ed प्रवेश परीक्षा में कुल प्रश्नों की सख्या 120 होती है प्रत्येक प्रश्न एक अंक का होता है इसमें किसी भी प्रकार की नेगेटिव मार्किंग नहीं होता है जिसके लिए समय दो घंटा 30 मिनट दिया जाता है।

CTET:- केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा की स्थापना RTE अधिनियम की धारा 23(1) के आधार पर किया गया है जिसके तहत राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षक परिषद को सूचना मिली है कि TET मैं पास करना अनिवार्य है तथा निशुल्क है। यह परीक्षा साल में दो बार कराई जाती है। यह एग्जाम CBSE की सहायता से कराई जाती है।

इस एग्जाम में दो पेपर कराई जाती हैं जिसमें पहला पेपर उसके लिए होता जो क्लास वन से लेकर 8 तक का शिक्षक बनने का इच्छुक हो। दूसरा पेपर वे अभ्यर्थी देते हैं जो क्लास 6 से 8 तक का शिक्षक बनने का इच्छुक हो। जिसमें छात्र और छात्रा को न्यूनतम 60% मार्क्स लानी पड़ती है तो उसेपास मानी जाती हैं। जिसके लिए अभ्यर्थी को एक प्रमाणपत्र दी जात जो उसके लिए आजीवन मान्य होती है।

बिहार STET:- बिहार माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा बिहार विद्यालय परीक्षा समिति अर्थात BSEB की सहायता से कराई जाती हैं। इस प्रतियोगिता परीक्षाओं को पास करने वाले छात्र या छात्राओं को बिहार में शिक्षक बनने के लिए एक प्रमाण पत्र मिल जाता है जिसकी सहायता से वह बिहार में आने वाले शिक्षक बहालियों में फॉर्म को भर सकते हैं।यह एग्जाम बिहार में 1 साल में दो बार अर्थात प्रत्येक 6 महीने पर कराई जाती है ।

मान्यता:- NCTE ने कहा है कि केवल इस संस्था से मिली डीएलएड डिग्री मान्य होगी जिसे परिषद की आधिकारिक मान्यता मिली हो। जिस संस्था को परिषद के द्वारा अधिकार नहीं मिला है या मानता नहीं मिला है यदि इस संस्थास कोई भी अभ्यर्थी डीएलएड करके प्रमाण पत्र प्राप्त करते हैं तो उनका प्रमाण पत्र अमान्य घोषितकिया जाएगा।

ऑनलाइन:- नई अपडेट के अनुसार डीएलएड कोर्स के कुछ विषय को ऑनलाइन किया गया है जैसे थ्योरी माड्यूल।

क्या D.EL.ED और B.ED एक साथ दोनों कोर्स कर सकते हैं या नहीं कर सकतें हैं?

  • जैसा कि आप लोग को जानकारी है कि एक साथ एक समय में केवल और केवल एक ही कोर्स को पूरा किया जा सकता है अर्थात आप चाहते हैं कि एक साथ समान समय में b.ed और डीएलएड भी कर ले तो ऐसा बोर्ड के द्वारा बिल्कुल आदेश नहीं दिया गया है।
  • यदि आपके पास इस तरह का डिग्री आपके पास है जो समान समय में दो या दो से अधिक कोर्स कर लिए हो तो वैसा प्रमाणपत्र आपके लिए अमान्य घोषित कर सकता है अर्थात b.ed और डीएलएड एक साथ समान समय में नहीं कर सकते हैं।

वर्तमान में बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा का आयोजन चल रहा है माना गया है कि 2025 में बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा अंतिम परीक्षा है इसके बाद इस प्रतियोगिता परीक्षा आयोजन नहीं होगा क्योंकि इसके बारे में पहले ही बता दिया गया कि 2025 में होने वाली बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा अंतिम परीक्षा होगा। अतः हम कह सकते हैं कि बिहार डीएलएड प्रवेश परीक्षा तथा डीएलएड कोर्स पूरी तरह समाप्त हो जाएगी आनेवाले समय में इसके जगह कोई दूसरा कोर्स लाया जाएगा जिससे बिहार के या अन्य राज्य के छात्र और छात्राओं को शिक्षक बनने का जो सपना है वह आधा अधूरा ना रह जाए।

राजस्थान:-Rajasthan माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अर्थात RBSE राजस्थान में शिक्षक बनने के लिए  परीक्षा का आयोजन करवाता हैत्र

 

Leave a Comment